Wednesday, September 26, 2018

बारहवीं हिन्दी हेतु परियोजना कार्य

पाठ
परियोजना कार्य
आत्म परिचय / दिन जल्दी ...
समय समायोजन का महत्त्व
आत्म परिचय
हालावाद और हरिवंशराय  बच्चन
पतंग
काव्य में बिम्बों का महत्त्व
पतंग
आलोक धन्वा जी की शरद ऋतु की अनूठी कल्पना
पतंग
हिंदी बाल साहित्य और पतंग
कविता के बहाने
कविता की विशेषताएं ;कविता का खेल का
 
परस्पर सम्बन्ध
कविता के बहाने
आधुनिक युग में कविता की संभावनाएं
कविता के बहाने
भाषा को समृद्ध एवं संप्रेषणीयबनाने में बिम्बों
और उपमानों का महत्त्व
बात सीधी थी
प्रतापनारायण मिश्र का निबंध "बात"
 
नागार्जुन की कविता "बाते"और कुंवरनारायण
कैमरे में बंद अपाहिज
किसी विशिष्ट उपलब्धि धारक /आम
दिव्यांग व्यक्ति से साक्षात्कार
कैमरे में बंद अपाहिज
करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता
कैमरे में बंद अपाहिज
सामाजिक उद्देश्यों से युक्त कार्यक्रमों की भूमिका 
कैमरे में बंद अपाहिज
मीडिया में साक्षात्कार के प्रति व्यावसायिक नजरिया : इसका औचित्य
कैमरे में बंद अपाहिज
मीडिया की ताकत और वर्तमान भूमिका
कैमरे में बंद अपाहिज
संचार माध्यमों की संवेदनहीनता एवं व्यावसायिक प्रवृति
सहर्ष स्वीकारा है
अतिशय मोह ;त्रासकारक
सहर्ष स्वीकारा है
गजानन माधव मुक्तिबोध :विस्तृत परिचय
उषा
सूर्योदय एवं सूर्यास्त का शब्द चित्र (अपने
 
परिवेश के उपमानों का प्रयोग करते हुए )
कवितावली
"पेट को ही पचत बेचत बेटा बेटकी "तुलसी के युग का ही नहीं आज के युग का भी सत्य है
कवितावली
तुलसी और वर्तमान युग की बेकारी के कारण और निराकरण
तुलसीदास
तुलसी पाठ में प्रयुक्त छंदों के परिचय के साथ उनके विविध उदाहरण
फिराक गोरखपुरी
फिराक की रुबाई में भाषा के विलक्षण प्रयोग
फिराक गोरखपुरी
फ़िराक की गजल में दर्द और पीड़ा के साथ शायर की ठसक
छोटा मेरा खेत
कविकर्म ;कृषिकर्म तुलनात्मक विवरण
भक्तिन
वर्तमान में नारी की स्वतंत्रता
भक्तिन
बाल विवाह और बेमेल विवाह
भक्तिन
बेबी हालदार और भक्तिन
बाज़ार दर्शन
नकली सामान पर नकेल जरुरी
बाज़ार दर्शन
बाज़ार में आवश्यकता ही शोषण का रूप धारण कर लेती है
बाज़ार दर्शन
स्त्रियों द्वारा माया जोड़ना प्रकृति प्रदत्त नहीं बल्कि परिस्थिति वश है
बाज़ार दर्शन
ईदगाह के हामिद और उसके दोस्तों का बाज़ार से परस्पर सम्बन्ध
बाज़ार दर्शन
विज्ञापन की दुनिया(विज्ञापन की समीक्षा )
बाज़ार दर्शन
भारतीय बाज़ार का बदलता स्वरुप
बाज़ार दर्शन
मनुष्य पर धन की विजय ,चेतन पर जड़ की विजय है
काले मेघा पानी दे
जल संकट के प्रति चेतावनी बरतने हेतु विज्ञापन
काले मेघा पानी दे
बादलों से सम्बंधित प्रचलित क्षेत्रीय गीतों का संकलन
काले मेघा पानी दे
प्राकृतिक आपदाओं से जुडी सूचनाओं ,चित्रों का संकलन
काले मेघा पानी दे
गगरी फूटी बैल पियासा का भाव या प्रतीकार्थ ,देश के सन्दर्भ में
काले मेघा पानी दे
आज़ादी के ७० वर्ष और युवाओं की भूमिका
पहलवान की ढोलक
कलाओं का अस्तित्त्व व्यवस्थाओं का मोहताज
पहलवान की ढोलक
कला से जीवन का सम्बन्ध
चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
संस्कृत नाटकों के विदूषक और चार्ली चैप्लिन
चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
चार्ली चैप्लिन  और उसका भारतीयकरण
चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
चार्ली की फिल्में और भारतीय कला और सौंदर्यशास्त्र
चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
मूक और सवाक फिल्में तुलनात्मक अध्ययन
चार्ली चैप्लिन यानी हम सब
चार्ली चैप्लिन और सुपरमैन
नमक
विभाजन की त्रासदी पर आधारित रचनाएं ,फ़िल्म,गीत आदि का संकलन 
नमक
विस्थापन की समस्या और स्त्री
शिरीष के फूल
हजारी प्रसाद द्विवेदी के  व्यक्तित्व व्यंजक ललित निबंध
शिरीष के फूल
शीत पुष्प -शिरीष
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर की कल्पना का समाज
डॉ भीमराव अम्बेडकर
कार्य कुशलता पर जाति -प्रथा का प्रभाव
 आरोह भाग -२
शब्द कोश
सिल्वर वैडिंग
 पीढ़ी अंतराल के प्रमुख कारण एवं निवारण
अतीत में दबे पाँव
सिन्धु घाटी सभ्यता;हमारा गौरव
डायरी के पन्ने
भावनात्मक उथल-पुथल का दस्तावेज़ -डायरी
डायरी के पन्ने
औरतों की शिक्षा एवं उनके मानवाधिकार
 काले मेघा पानी दे 
 विज्ञान सम्मत लोक विश्वास 
लक्ष्मण –मूर्छा और राम का विलाप
इतिहास और वर्तमान ; बंधु प्रेम की मिसालें 

2 comments:

Anonymous said...

अभिनंदन मैडम

गुलाब चंद जैसल said...

अच्छा कार्य