Tuesday, September 18, 2018

अपनों की दुआ

प्रियंका जैन'चंचल '
'चंचल'  मन कविता लिखने का हुआ है ,
मन में किसी टीस या गुबारों का धुआ है|
शब्दों में तलाशती सुकून ज़िन्दगी ,
खुशनसीब हूँ  कि साथ  अपनों की दुआ है|| ..... 

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