Tuesday, September 18, 2018

पहला ब्लॉग लेखन


ज़िन्दगी ; जीने का तरीका

जिंदगी का अर्थ क्या है ,जीने का तरीका है |
प्रियंका जैन" चंचल "
एक पल में मज़ा है तो दूसरे में सजा है ,
मजा माने तो जाने हकीकत में मजा है |
गर मान ली सजा तो सबसे बड़ी सजा है ||

जीना तो  है फिर हँस  के जीओ या रोके ,
मिलते नसीबों से है “चंचल” यूं जीने के मौके |
खो दिया गर इसको तो पछताओगे खोके ||

हार हो जाए तो निराश होना है लाजमी,
पर सीमा तो नहीं ये, आगे और भी है जमीं |
हार जीत जिन्दगी के हँसी सितम ही तो है ,
अपनी हिम्मत के आगे हर सितम कम ही तो है |
हार कर भी सफलता की कोशिश करना जिसने सीखा है ,
सच कहूं यही सच्चा जीने का तरीका है |
यही सच्चा जीने का तरीका है ||



3 comments:

Unknown said...

बहुत ही युंदर

PRIYANKA JAIN "CHANCHAL" said...

शुक्रिया🙏

Hs said...

Aati Sundar.....mam