Sunday, September 23, 2018

क म ला


प्रियंका जैन "चंचल "
 
क  -           रो कर्म तुम सुन्दर सुन्दर , र्त्तव्य -निष्ठ बनने की प्रेरणा |
               भी हारना ना हिम्मत तुम ,  दा न  तुम विघ्नों से डरना ||

म -           धुर मधुर वाणी बोलो तुम ,  त करना बुरा व्यवहार |
               मुनिजनों का आदर करना ,  मानवता से करना प्यार ||

ला -          लालसा गर कुछ है करने की ,  लायक तभी तुम बन पाओगे |
                लाडली भारत माँ की बन "चंचल" लाजबाव कुछ कर जाओगे ||

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