Tuesday, November 5, 2019

कविता लेखन प्रक्रिया


कविता लेखन की प्रक्रिया

कविता के मूल में संवेदना है, राग तत्व है । यह संवेदना संपूर्ण सृष्टि से जोड़ने और उसे अपना बना लेने का बोध है ।
“वियोगी होगा पहला कवि,
आह से उपजा होगा गान ।
उमड़ कर आंखों से चुपचाप
बही होगी कविता अनजान।।“
शब्दों का खेल, परिवेश के अनुसार शब्द-चयन,लय,तुक, वाक्य संरचना,यति-गति बिंब, संक्षिप्तता के साथ-साथ विभिन्न अर्थ स्तर आदि से कविता बनती है।

·         कविता भाषा में होती है इसलिए भाषा का सम्यक ज्ञान जरूरी है।


·         शब्दों से मेलजोल। शब्दों से जुड़ना कविता की दुनिया में प्रवेश करना है। आपने देखा होगा कि बच्चे खेल-खेल में गीत रच डालते हैं। रचनात्मकता सबके अंदर होती है उसे तराशने की जरूरत होती है। तुकबंदी के प्रयास में धीरे-धीरे रचनात्मकता आकार लेने लगती है

·         भाषा शब्दों से बनती है। शब्दों का एक विन्यास होता है जिसे वाक्य कहा जाता है ।भाषा प्रचलित एवं सहज हो पर संरचना ऐसी की पाठक को नयी लगे ।


·         बिंब अर्थात ऐन्द्रिक अनुभूति। हमारे पास दुनिया को जानने का एकमात्र साधन इंद्रियाँ ही है बाह्य संवेदनाएं मन के स्तर परबिंब के रूप में बदल जाती हैं।कुछ विशेष शब्दों को सुनकर अनायास मन के भीतर कुछ चित्र कौंध जाते हैं ।ये स्मृति चित्र ही शब्दों के सहारे कविता का बिंब निर्मित करते हैं।

·         कविता में संकेतों का बड़ा महत्व होता है । इसलिए चिह्नों(,!-) यहां तक कि दो पंक्तियों के बीच का खाली स्थान भी कुछ कह रहा होता है ।

·         वाक्य गठन की जो विशिष्ट प्रणालियां होती हैं उन्हें शैली कहा जाता है । इसलिए विभिन्न काव्य शैलियों का ज्ञान भी जरूरी है ।


·         छंद की जानकारी कवि के लिए जरूरी है तभी आंतरिक लय का निर्वाह संभव है। कविता छंद और मुक्त छंद दोनों में होती है ।छंदोंबद्धकविता के लिए छंद के बारे में बुनियादी जानकारी आवश्यक है ही, मुक्त छंद में लिखने के लिए भी इसका ज्ञान जरूरी है ।

·         किसी समय विशेष की प्रचलित प्रवृत्तियों की ठीक-ठीक जानकारी भी कविता के लिए आवश्यक है ।


·         कम से कम शब्दों में अपनी बात कह देना और कभी-कभी तो शब्दों या दो वाक्यों के बीच कुछ अनकही छोड़ देना कवि की ताकत बन जाती है।

·         परिवेश के साथ कविता के सभी घटक भाव तत्व से परिचालित होते हैं कवि की वैयक्तिक सोच, दृष्टि और दुनिया को देखने का नजरिया कविता की भाव संपदा बनती है ।कवि की इस वैयक्तिकता में सामाजिकता मिली होती है, हवा में सुगंध की तरह।

 अभ्यास कार्य

·         आपने अनेक कविताएं पढ़ी होंगी, उनमें से आपको कौन-सी कविता सबसे अच्छी लगी ? लिखिए |  यह भी बताइए कि आपको वह कविता क्यों अच्छी लगी ।

·         आपके जीवन में अनेक ऐसी घटनाएं घटी होंगे जिन्होंने आपके मन को छुआ होगा उस अनुभूति को कविता के रूप में लिखने का प्रयास कीजिए |

·         किसी भी कविता में कविता के घटकों को पहचान कर अपने शब्दों में लिखें।

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