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Saturday, September 29, 2018

ब्रह्मचारिणी कमलाबाई जी

 जैन अतिशय क्षेत्र  श्री महावीरजी जिला करौली ,राजस्थान में स्थित श्री दिगम्बर  जैन आदर्श महिला शिक्षण संस्थान की संस्थापिका ब्रह्मचारिणी कमलाबाई जी के महिला शिक्षा में अविस्मरणीयएवं अभूतपूर्व  योगदान के लिए नमन ...
श्रद्धा- सुमन...  सादर समर्पित ...
यथा नाम तथा गुण ,बाई जी आप में पाया है |
लाखों कन्याओं का जीवन ,शिक्षा से धन्य बनाया है ||
शील अमोघ शक्ति ,वात्सल्य मूलाधार है |
दिग -दिगंत में गूँज रही तेरी जय जयकार है||
श्रद्धा से नत है मन मेरा ,चरणों में जाए बलिहारी |
वर्ष हज़ार जीओ माँ तुम यही भावना हमारी ||
नारी जाति का गौरव ,दिव्य शक्ति अवतार   है |
माँ शारदे का जीवंत रूप, खोला नारी मुक्ति द्वार है ||
ज्यों दीपक प्रेरणा देता, जीवन भर जलते रहने की |
सौम्य व्यक्तित्व देता प्रेरणा, पर हित निरंतर करने की ||
प्रतिमूर्ति हो वात्सल्य की ,वाणी ज्यों  अमृतधार हो |
श्रद्धेया बाई जी चरणों में "चंचल" वंदन स्वीकार हो ||

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श्रद्धा की पात्र, तुम हो जन -जन की |
मेरी कमला देवी हो मन की |
अद्भुत ,अनुपम है कार्य तुम्हारे,
मेरी प्रेरणा हो जीवन की |
शक्ति स्वरूपा तुम्हें मैं जानू ,
या शक्ति अवतार है मानू |
नारी जाति  का गौरव तुम ,
दिव्य रूप में मैं पहचानू |
दुःख पहाड़ -सा तुमने झेला ,
ईश्वर ने भी तुम्हेँ टटोला |
पर तुमने सबसे टकरा कर ,
नारी- मुक्ति का मार्ग है खोला |
छोटा -सा बीज जो तुमने रोपा ,
उससे हुआ अद्भुत आलोका |
शिक्षा की पर्याय बनी तुम ,
बजाई तुमने शिक्षा की मधुर धुन|
ज्ञान की बगिया तुमने सजाई,
पुष्पों की सुरभि रंग लाई |
जनकल्याण की शुभ भावना,
साकार रूप में कर दिखलाई |
ज्ञान की बगिया में है तुम्हारे ,
सुन्दर -सुन्दर पुष्प है न्यारे |
ज्ञान की खुशबू फैलाते ये ,
नगरी -नगरी ,द्वारे -द्वारे |
उन्हीं पुष्पों में "चंचल "जीवन ,
चरणों में हो भेंट तुम्हारे ||



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